सुविधा हॉस्पिटल--icu में मरीज पर बिना डॉक्टर के, मिला नोटिस

सुविधा हॉस्पिटल में मरीज भर्ती icu में ,पर डॉक्टर नदारद..


 


ग्वालियर में एंटी माफिया मुहिम के तहत अनेक तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं। लेकिन उसके बाद भी व्यवस्थाएं कहीं-कहीं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं ।ग्वालियर के निजी अस्पताल और चिकित्सक अपनी मनमानी पर उतारू हैं ।और इसी का नतीजा है कि ग्वालियर के झांसी रोड स्थित एक निजी अस्पताल सुविधा हॉस्पिटल में भर्ती एक मरीज को आईसीयू में भर्ती कर दिया गया ।लेकिन देखभाल के लिए कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था ।शिकायत के बाद सीएमएचओ कार्यालय ने अस्पताल सहित इलाज करने वाले डॉक्टर को नोटिस जारी किया है।

 

 

. ग्वालियर के झांसी रोड थाना क्षेत्र स्थित सुविधा हॉस्पिटल मल्टी स्पेशलिटी और ट्रॉमा सेंटर के नाम से जाना जाता है ।यहां आम तौर पर एक्सीडेंट में घायल मरीजों को भर्ती किया जाता है। लेकिन मरीजों की देखभाल भगवान भरोसे रहती है ।ऐसा ही एक बाकया  शनिवार को हुआ ।जिसके तहत एक मरीज को सुविधा हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती कर दिया गया। इलाज के नाम पर कोई सेवाएं नहीं दी जा रही थी ।अस्पताल की केस शीट में बताया गया कि कोई डॉक्टर अनिमेष उपाध्याय न्यूरो सर्जन मरीज का इलाज कर रहे हैं। लेकिन वह भी उस समय अस्पताल में मौजूद नहीं थे। मामले की शिकायत एक आरटीआई एक्टिविस्ट ने सीएमएचओ को की ..तब जाकर अब सीएमएचओ ने अस्पताल को नोटिस जारी करने के साथ-साथ इलाज करने वाले  डॉ अनिमेष उपाध्याय को भी नोटिस जारी कर उनका पक्ष जानने के लिए तलब किया है .

 

बातचीत..-डॉ. एस के वर्मा -सीएमएचओ.. ग्वालियर

 

ग्वालियर के झांसी रोड स्थित सुविधा हॉस्पिटल मल्टी स्पेशलिटी एंड ट्रॉमा सेंटर के संचालन और मरीजों के इलाज के लिए वहां गेट पर ही करीब एक दर्जन विषय विशेषज्ञ डॉक्टरों की सूची लगाई गई है...जिनमें शामिल है डॉक्टर अनिमेष उपाध्याय न्यूरो सर्जन ,डॉ राजकुमार गर्ग ,डॉ आर के गुप्ता, डॉक्टर गौरव गोयल, डॉ शुभम गुप्ता, डॉ राकेश शाक्य, डॉ कुलवेंद्र यादव, डॉक्टर गोपाल गोयल और डॉक्टर राजवीर यादव शामिल हैं ..लेकिन यह सब नाम सिर्फ मरीजों को भ्रम में रखने के लिए हैं और जरूरत पड़ती है तो फोन ऑन कॉल के आधार पर डॉक्टरों को बुलाने का दावा किया जाता है ।लेकिन ग्वालियर में सुविधा हॉस्पिटल की तर्ज पर दर्जनों ऐसे अस्पताल चल रहे हैं। जहां विषय विशेषज्ञ डॉक्टर दूर आरएमपी और बीएचएमएस डॉक्टरों के भरोसे मरीजों का एलोपैथी से इलाज होने के साथ-साथ सर्जरी भी की जा रही है। जो कि एंटी माफिया मुहिम के लिए एक सवाल बना हुआ है।